प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट/ जब से लोक जनशक्ति पार्टी दो गुटों में बंट गई है बस तब से ही चिराग पासवान और चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच कोल्ड वार शुरु हो गया है। यह दोनों ही नेता एक दूसरे पर विश्वासघात का आरोप लगाते नज़र आ रहे हैं। वहीं, अब चिराग पासवान मीडिया के सामने खुलकर सामने आए और अपना दर्द भरा बयान दे डाला।
चिराग पासवान ने एक मीडिया एजेंसी को बताया कि – “ मेरे परिवार के लोगों ने ही मेरी पार्टी को तोड़ने का काम किया है, फिलहाल मुझे अपनी पार्टी को शून्य से उस मुकाम पर लेकर जाना है जहां पापा पार्टी को हमेशा लेकर जाना चाहते थे। मैंने शुरू से स्पष्ट किया कि मेरा गठबंधन भारतीय जनता पार्टी के साथ हुआ और मैं आज तक भाजपा के साथ खड़ा हूं…”
यही नहीं, चिराग पासवान ने आगे यह भी कहा कि – भाजपा के हर नीतिगत फैसले का मैंने समर्थन किया जबकि नीतीश जी ने इनके हर फैसले का विरोध किया। अब यह फैसला भाजपा को लेना है कि वो आने वाले समय में मेरा साथ देते हैं या नीतीश जी का।
चिराग पासवान यहीं नहीं रूके… उन्होंने अपनी तुलना हनुमान से कर डाली… जी हां, वह कहते हैं कि – “मैंने हनुमान की तरह प्रधानमंत्री जी का हर मुश्किल दौर में साथ दिया, आज जब हनुमान का राजनीतिक वध करने का प्रयास किया जा रहा है, मैं ये विश्वास करता हूं कि ऐसे में राम खामोशी से नहीं देखेंगे। उन्होंने कहा कि मेरी उम्मीद कायम है, आज नहीं तो कल प्रधानमंत्री जी का संरक्षण मुझे जरूर मिलेगा। हालांकि भाजपा के कई नेताओं की चुप्पी जरूर मुझे दुखी करती है…”
दोस्तों, चिराग खुद को तो हनुमान कह रहे हैं और श्री राम किन्हें कहना चाह रहे हैं यह तो आप समझ ही गए होंगे…