कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट / कांग्रेस पार्टी की बैठक में सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल की बचाव की मुद्रा में दिखी. सोनिया गांधी ने बार-बार समझाने का प्रयास की कि कांग्रेस की अध्यक्षा में हूं और मैं ही निर्णय लेती हूं. जी 23 समूह के नेता मुस्कुरा रहे थे. बैठक में सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को भी घेरा. सोनिया गाँधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना बीजेपी की मानसिकता को दिखाती है कि वो किस तरह किसान आंदोलन को देखती है. तीनों काले कानून के खिलाफ किसान अपनी रक्षा के लिए संघर्ष कर रहा है, लेकिन सरकार को उसकी चिंता नहीं है. इसकी कड़ी से कड़ी निंदा की जानी चाहिए. सोनिया ने कहा कि जम्मू-कश्मीर दो साल से केंद्र शासित प्रदेश रहा है. यहां हो रहे बर्बर अपराधों के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने की पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है. वहीं, विदेश नीति चुनावी लामबंदी और ध्रुवीकरण का हथियार बन गई है.सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल के बचाव में कहा की मैं पूर्णकालिक अध्यक्ष हूं.असंतुष्ट नेताओं के समूह जी-23 को ये जवाब दिया, कुछ ही दिन पहले कपिल सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा था कि कांग्रेस के फैसले कौन लेता है, ये उन्हें समझ में नहीं आ रहा है.G23समूह के नेताओं ने सोनिया गांधी के बातों को हंसते हुए गर्मजोशी से स्वागत किया.