लुधियाना, मनोज दुबे : एक तरफ मजदूर फैक्ट्रियों में मेहनत मजदूरी करके पूरे साल काम करते हैं। वहीं अब दिवाली का त्यौहार आने वाला है। उसमे फैक्ट्री मालिक की ओर से मजदूरों को बोनस दिया जाता है, पर वही एक फैक्ट्री मालिक मजदूरों का बोनस काटने के बाद मजदूरों से जबरन हस्ताक्षर करवा कर उन्हें बोनस नहीं दे रहे। ऐसा ही एक मामला फोकल प्वाइंट फेस पांच के एक फैक्टरी से सामने आया है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब फोकल प्वाइंट फेस पांच के इंडस्ट्रियल एरिया में मंगलवार दोपहर काफी संख्या में मजदूरों ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन लगभग दो घंटो तक चलता रहा है। देखते ही देखते माहौल काफी तनावपूर्ण हो चुका था। प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए अखिल भारतीय मजदूर काउंसिल के प्रधान चितरंजन कुमार ने बताया कि फैक्ट्री में पिछले कई सालों से 300 से अधिक मजदूर काम करते हैं। मजदूरों के साथ सरेआम धक्का शाही किया जा रहा था। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मजदूरों ने हमें इस मामले के बारे में पूरी जानकारी दी। इस मामले के बारे में उन्होंने फैक्ट्री मालिक से बातचीत करने की कोशिश की पर फैक्ट्री मालिक काफी देर तक टालमटोल करने में लगे रहा। जब फैक्ट्री मालिक ने इसका पूरा विवरण नहीं दिया। तो अखिल भारतीय मजदूर काउंसिल के प्रधान चितरंजन कुमार ने इसकी शिकायत लेबर कमिश्नर को दी। घटना का पता चलते ही लेबर डिपार्टमेंट के ऐसीटेंट प्रभजोत सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद फैक्ट्री मालिक से सख्ती से पूछताछ करनी शुरू कर दी। जिसके बाद फैक्ट्री मालिक ने बाउंसर बुलाना शुरू कर दिया। घटना का पता चलते ही थाना फोकल प्वाइंट के जीवन नगर चौकी की पुलिस पार्टी मौके पर पहुंची। इस दौरान जब लेबर डिपार्टमेंट के असिस्टेंट पूछताछ करने लगे। फैक्ट्री मालिक देखा कि अब कोई हल नहीं है तो उन्होंने मजदूरों का बोनस देने को कहने लगे। इस दौरान लेबर एजिटेंट फैक्ट्री मालिक से फंड बोनस का सारा ब्योरा फैक्ट्री मालिक से मंगाना शुरू कर दिया। जिसके बाद फैक्ट्री मालिक को वह कागजात पेश करना पड़ गया। फैक्ट्री मालिक ने लेटर पैड पर लेबर इंस्पेक्टर ने अखिल भारतीय मजदूर काउंसिल के चितरंजन कुमार प्रधान के कहने पर लिखवा लिया। फैक्ट्री मालिक ने आश्वासन दिया की जो भी बोनस का पैसा होगा वह मजदूरों को दे दिया जायेगा। तब जाकर माहोल शांत हुआ। इस मौके पर प्रदर्शन करने वालों में गयासुदीन अंसारी, जीतेन्द्र कुमार, आशीष सिंह, राजीव तिवारी, राम निवास, उपेंद्र कुमार, रंजीत प्रशाद, प्रीति, उमा देवी, रंजना देवी, राजकुमारी देवी, रमनदीप सिंह, रामजीत, मुकेश कुमार, अनिल कुमार, अजय कुमार, रंजय कुमार, संजय कुमार, पवन कुमार, राजीव तिवारी, विनोद शाह, मनीष कुमार, विनय शर्मा, रंजन कुमार के साथ काफी संख्या में मजदूर मौजूद रहे।
लेबर कमिश्नर का बयान
इस मामले में लेबर कमिश्नर जेपी सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया की मौके पर इंस्पेक्टर नेहा गुप्ता की ड्यूटी लगा दी गई थी।जो भी मजदूरों की समस्या है। वो पहल के आधार पर करवाया जायेगा।