मुख्य संपादक -जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 01 अक्टूबर ::बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ का संघर्ष अब रंग लाने लगा है एक तरफ बिहार सरकार शासन प्रशासन पंच परमेश्वर के साथ लगातार सौतेलापन व्यवहार कर रही है। वहीं दूसरी तरफ भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदि मुर्मू द्वारा पंच सरपंच हित संदर्भ में दिए गए वक्तव्य विचार से पंच परमेश्वर में एक नई ऊर्जा का संचार तथा खुशी की लहर दौड़ गई है।सूत्रों ने बताया कि संघ वर्ष 2006 से लगातार राज्य सरकार द्वारा उपेक्षित ग्राम कचहरी और इसके निर्वाचित प्रतिनिधि कर्मियों को सर्व सुविधा संपन्नता हेतु 11 सूत्री मांगों के समर्थन में संघर्ष कर कर रही है। पंच परमेश्वर की आवाज राष्ट्रपति भवन तक पहुंच चुकी है।ज्ञात हो कि, बिहार सरकार अविलंब मांग पूरा नहीं करती है तो राज्य व्यापी कार्यक्रम के तहत 2 अक्टूबर गांधी जयंती को भितरवा चंपारण से पंच परमेश्वरों का न्याय यात्रा रथ शुभारंभित होकर सुबे के सभी 38 जिलों में भ्रमन कर जन संवाद के पश्चात पटना पहुंच महात्मा गांधी जी के प्रतिमा के समक्ष क्षमा याचना करते हुए राज्य भवन पहुंचकर राज्यपाल के समक्ष सामूहिक इस्तीफा त्यागपत्र देने के पश्चात ग्राम कचहरी पंचायत नामक संस्थान को बंद करने का अपील करेंगे।राष्ट्रपति महोदया ने ट्विटर हैंडल पर ग्राम कचहरी पंच परमेश्वर हित में जमकर लिखे हैं जिनकी सराहना प्रदेश अध्यक्ष अमोद कुमार निराला, उपाध्यक्ष वशिष्ठ कुमार निषाद, प्रदेश प्रवक्ता सह कोषाध्यक्ष मनीष पांडे, जिलाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार, संयोजक पुष्पेंद्र ठाकुर, महासचिव सुनील तिवारी आदि सैकड़ो पंच सरपंच ने किया।