पटना, २१ अप्रैल। अपनी आध्यात्मिक-चेतना से मानव-समुदाय की आत्मा के उद्धारक थे जैन धर्म के २४वें तीर्थंकर भगवान महावीर। अपने समय में गुरु तेग़ बहादुर सिंह ने भी यही कार्य किया। उन्होंने आत्म-स... Read more
पटना, १४ अप्रैल। सम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष और महान स्वतंत्रता सेनानी पं छविनाथ पाण्डेय के कारण ही बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन को भूमि प्राप्त हुई और सम्मेलन-भवन का भी निर्माण हुआ। यदि वो न ह... Read more
पटना, १० अप्रैल । विश्व की ३६ भाषाओं के ज्ञाता और प्रयोगता थे,महापंडित राहुल सांकृत्यान। हिन्दी का संसार उन्हें यात्रा-साहित्य के पितामह के रूप में मान्यता देता है। बौद्ध-साहित्य से संबद्ध अ... Read more
CIN /साहित्य सम्मेलन में व्यंग्य कथा-संग्रह ‘पुण्य की लूट’ का हुआ लोकार्पण, आयोजित हुई लघुकथा-गोष्ठी
पटना, ७ अप्रैल। साहित्य की सबसे कठिन विधा है ‘व्यंग्य’ ! इसे साधना सरल नहीं है। इसे फूहड़ता से बचाना और साहित्य के लालित्य के साथ परोसना एक बड़ी कला है, जिसे व्यंग्य के महान लेखक... Read more
पटना, ४ अप्रैल। देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, कवि और पत्रकार पं माखनलाल चतुर्वेदी सच्चे अर्थों में ‘भारतीय आत्मा’ थे। उन्हें यह महान संबोधन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने दिया था।... Read more
पटना, ३१ मार्च। संस्कृत, हिन्दी, बँग्ला और अंग्रेज़ी समेत अनेक भाषाओं के उद्भट विद्वान तथा महान शिक्षाविद डा मुरलीधर श्रीवास्तव ‘शेखर’ की जयंती पर, रविवार को बिहार हिन्दी साहित्य... Read more
पटना, २७ मार्च। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का सँवर्द्धित दूसरा पुस्तकालय लोकार्पण हेतु तैयार हो चुका है। सम्मेलन भवन के दूसरे तल के उत्तरी पार्श्व में आधुनिक रूप से विकसित किए गए इस पुस्तक... Read more
पटना, २० मार्च । पटना से सांसद रहे लोकप्रिय राजनेता प्रो शैलेंद्रनाथ श्रीवास्तव एक महान साहित्यकार, प्राध्यापक और राज नेता थे। एक व्यक्ति में इतने गुण विरल होते हैं। उनका व्यक्तित्व अत्यंत म... Read more
पटना, २० मार्च । पटना से सांसद रहे लोकप्रिय राजनेता प्रो शैलेंद्रनाथ श्रीवास्तव एक महान साहित्यकार, प्राध्यापक और राज नेता थे। एक व्यक्ति में इतने गुण विरल होते हैं। उनका व्यक्तित्व अत्यंत म... Read more
पटना, २० मार्च । पटना से सांसद रहे लोकप्रिय राजनेता प्रो शैलेंद्रनाथ श्रीवास्तव एक महान साहित्यकार, प्राध्यापक और राज नेता थे। एक व्यक्ति में इतने गुण विरल होते हैं। उनका व्यक्तित्व अत्यंत म... Read more
पटना, १८ मार्च। केरल में हिन्दी के प्रचार-प्रसार और हिन्दी-साहित्य के मलयालम अनुवाद पर पर्याप्त बल दिया जा रहा है। केरल के सभी शिक्षित लोग हिन्दी समझते और बोलते हैं। वहाँ हिन्दी से भी उतना ह... Read more
पटना, २१ फरवरी । सुप्रसिद्ध समालोचक और भूपेन्द्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो अमरनाथ सिन्हा का अस्थि-कलश बुधवार को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में अंतिम-दर्शनार्थ रखा गया... Read more