प्रिया सिन्हा, संपादक
नागरिकता संशोधन कानून जब से बना है तब से ही पूरे देश में जगह-जगह इसे लेकर विरोध प्रदर्शन जारी हैं। जहां एक ओर दिल्ली स्थित जामिया विश्वविद्यालय में इसे लेकर पहले भी हिंसक प्रदर्शन हो चुका था वहीं मंगलवार यानी कि 17 दिसंबर, 2019 को दिल्ली के ही सीलमपुर में भी प्रदर्शन हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों ने बसों पर पथराव किया।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने सीलमपुर हिंसा के बाद दिल्ली के नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि एक सभ्य समाज में किसी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं है और हिंसा से कुछ हासिल नहीं होने वाला है और इसलिए हमें अपनी राय शांतिपूर्ण तरीके से रखना चाहिए।
दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी दी है कि जिस वक्त सीलमपुर में हिंसा हुई पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया था। साथ ही दर्जनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बता दें कि इस समय हालात पूरी तरह से पुलिस के नियंत्रण में हैं।
ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार की मानें तो सीलमपुर में कोई गोली नहीं चलाई गई है। सिर्फ आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया है। कुछ पुलिसवाले घायल ज़रूर हुए हैं और साथ ही दो पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसें, एक रैपिड एक्शन फोर्स की बस और कुछ बाइकें क्षतिग्रस्त की गई हैं।