कौशलेन्द्र पाण्डेय /संपादक =पुर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश से मिलकर बिहार के सभी पोलिटिकल गणितज्ञ को चौकाया. बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी बिसात बिछनी शुरु हो गई हैं। वहीं, महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के नाम सहमति नहीं बना पा रही है। आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बैठक कर यह साफ कर दिया था कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं हुआ है। वहीं, कुशवाहा के बाद महागठबंधन में शामिल जीतन राम मांझी और वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने भी बैठक कर अपने तेवर को सख्त कर लिए हैं।
महागठबंधन में शामिल तीन मुख्य घटक दल के नेताओं की सोमवार को ही बैठक हुई जहां, हम पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मांग की। राज्यसभा में कांग्रेस की एक सीट की डिमांड को आरजेडी ने नजरअंदाज कर दिया है, जिससे कांग्रेस की तेवर सख्त हो गए हैं तो शरद यादव ने भी अब आरजेडी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है और ऐसे में तेजस्वी यादव की चिंता को सहयोगियों ने बढ़ा दिया है।