कोरोना वायरस से सारा राज्य अस्त-व्यस्त हो रखा है… और ऐसे में लॉकडाउन के बढ़ने की वजह से राजस्थान के कोटा में 35 हजार बच्चे फंस गए हैं। राजस्थान सरकार ने कई छात्रों को अपने घर लौटने के लिए पास जारी किए, लेकिन बिहार सहित दूसरे अन्य राज्य उन बच्चों को राज्य की सीमा में दाखिल नहीं होने दे रहे हैं… जिसकी वजह से फिल्हाल यह प्रक्रिया रोक दी गई है।
दूसरी ओर राज्यों का कहना है कि कोटा में कोरोना के मरीज पाए गए हैं और वहां अभी तक 50 लोग इस वायरस से संक्रमित हुए हैं व साथ ही राज्य में संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ा हुआ है और इसलिए छात्रों को रोक दिया गया। और तो और बिहार सरकार ने राजस्थान सरकार के रवैये पर नाराजगी जताते हुए केंद्र को पत्र भी लिख दिया है।
गौरतलब है कि कोटा का कोचिंग क्षेत्र अभी तक इस भयानक बीमारी कोरोना से बचा हुआ है… कोचिंग संस्थानों और हॉस्टल संचालकों ने बच्चों के खाने-पीने के लिए इंतजाम भी किए हैं, लेकिन उनके माता-पिता चिंतित हैं। बता दें कि इन छात्रों में करीब 12-13 हजार लड़कियां हैं।
बताते चलें कि अकेले रहने की वजह से कोटा में फंसे छत्रों में तनाव बढ़ सा गया है। यहां के जिला प्रशासन और कोचिंग संस्थानों ने सहायता केंद्र भी बनाए हुए हैं। हेल्पलाइन नंबर पर छात्र फोन कर लगातार घर जाने की जिद किए जा रहे हैं। कोचिंग संस्थानों और जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार कोटा में आठ राज्यों के छात्र फंसे हुए हैं और इनमें से सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश और बिहार के छात्र हैं।
कौशलेन्द्र पाण्डेय,