कोरोना संक्रमित मृतकों के अंत्येष्टि व दफन के लिए कब्रिस्तान व श्मशान तय हो: शमीम.वैश्विक महामारी कोरोना से संक्रमितों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।ज़िले में अब तक कोरोना संक्रमण से लगभग एक दर्जन लोगों मौत भी हो चुकी है।संक्रमित मरीजों की मृत्यु के पश्चात शव को दाह संस्कार या दफ़न करने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।लगभग आधे दर्जन शवों के अंत्येष्टि और दफन को लेकर समाज में भारी विरोध के स्वर गूंजने लगे थे, जिसे शांत करने और स्थानीय लोगों की भीड़ को समझा कर अंत्येष्टि या दफन के लिए राजी करने में स्थानीय थाना, शांति समिति सदस्य और जनप्रतिनिधियों के पसीने छूट गए।इसी समस्या से आहत व चिंतित होकर सामाजिक कार्यकर्त शाह मोहम्मद शमीम ने जिलाधिकारी को एक अनुरोध पत्र प्रेषित कर मांग किया है कि प्रखंड स्तर पर कोरोना संक्रमित मृतकों के लिए कब्रिस्तान और श्मशान तय की जाए।श्री शमीम न्र अपने पत्र में लिखा है कि बीते दिनों दफ़न और अंत्येष्टि को लेकर जिस तरह की समस्या उतपन्न हुई उससे लगा कि ज़िले के लोग कोरोना को लेकर जागृत नहीं है। दिन प्रतिदिन जो परिस्थिति बनती जा रही है उससे लगने लगा है कि भविष्य में लोग शमशान में शवों का दाह संस्कार और कब्रिस्तान में मैयत को दफ़नाने नहीं देंगे।
उन्होंने इस विषय पर यह भी आरोप लगाया है कि कहीं कहीं स्थानीय पार्षद भी उदासीन हैं। लोगों को जागरूक नहीं कर रहे हैं।
सामाजिक सरोकारों में सक्रिय रहने वाले शंश मोहम्मद शमीम ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि प्रखंड स्तर पर कोरोना से मृत व्यक्तियों के शव का दाह संस्कार या दफन हेतु कब्रिस्तान/शमशान सुनिश्चित कर दें या ऐसा आदेश जारी कर दें कि जिसका जहाँ पैतृक यानि खानदानी शमशान और कब्रिस्तान है उनका वहीँ अंत्येष्टि और दफन होगा।
इसको लेकर स्थानीय पार्षद, मुखिया, थाना प्रभारी, बीडीओ आदि की ज़िम्मेदारी भी तय की जाए।
उन्होंने आने सुझाव में इस हेतु थाना स्तर पर बैठक आयोजित कर पार्षद व थाना प्रभारी की ड्यूटी सुनिश्चित करने पर भी बल दिया है।
साथ ही शांति समिति सदस्यों व सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी सहयोग लेने की बात कही है।
कुमार विनोद, संवाददाता, दरभंगा