प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवारवादी पार्टियों को लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन NDA की सफलता को ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’’ के मंत्र की जीत करार दिया और कहा कि 21वीं सदी के भारत के नागरिक, बार-बार अपना संदेश स्पष्ट कर रहे हैं कि अब सेवा का मौका उसी को मिलेगा, जो देश के विकास के लक्ष्य के साथ ईमानदारी से काम करेगा. प्रधानमंत्री मोदी बिहार और देश के विभिन्न राज्यों के उपचुनावों में भाजपा को मिली विजय के उपलक्ष्य पर भाजपा मुख्यालय में आयोजित धन्यवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.पीएम मोदी ने किसी दल का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘कश्मीर से कन्याकुमारी तक परिवारवादी पार्टियों का जाल लोकतंत्र के लिए खतरा बनता जा रहा है. दुर्भाग्य से एक राष्ट्रीय पार्टी भी एक परिवार के चंगुल में फंस गई है. यह देश का युवा भली-भांति जानता है. परिवारों की पार्टियां या परिवारवादी पार्टियां, लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं.’’ उन्होंने कहा कि ऐसे में भारतीय जनता पार्टी का दायित्व और बढ़ जाता है कि वह अपने दल में लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखे.मोदी ने कहा, ‘‘हमें अपनी पार्टी को जीवंत लोकतंत्र का जीता-जागता उदाहरण बनाना है. पार्टी हर कार्यकर्ता और हर नागरिक के लिए अवसरों का एक बेहतरीन मंच बने.’’सबका साथ, सबका विकास को बताया जीत का मंत्र.बिहार के नतीजों को ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’’ के मंत्र की जीत बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य की जनता ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि वे पारखी भी हैं और जागरूक भी. उन्होंने कहा, ‘‘बिहार में विकास के कार्यों की जीत हुई है. बिहार में सच जीता है, विश्वास जीता है बिहार का युवा जीता है, माताएं-बहनें-बेटियां जीती हैं! बिहार का गरीब जीता है, किसान जीता है.’’मोदी ने कहा कि देश का विकास और राज्य का विकास आज सबसे बड़ी कसौटी है और आने वाले समय में भी यही चुनाव का आधार रहने वाला है. उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग ये नहीं समझ रहे, इस बार भी उनकी जगह-जगह जमानत जब्त हो गयी है. ये बिहार की आकांक्षाओं की जीत है, बिहार के गौरव की जीत है.’’
ईमानदारी से काम करने वालों को ही मिलेगा सेवा का मौका.बिहार के साथ ही विभिन्न उपचुनावों में भाजपा का परचम लहराने का उल्लेख करते हुए और चुनावों में भाजपा को लगातार मिल रही सफलता की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत के नागरिक, बार-बार अपना संदेश स्पष्ट कर रहे हैं कि अब सेवा का मौका उसी को मिलेगा, जो देश के विकास के लक्ष्य के साथ ईमानदारी से काम करेगा.उन्होंने कहा, ‘‘हर राजनीतिक दल से देश के लोगों की यही अपेक्षा है कि देश के लिए काम करो, देश के काम से मतलब रखो.’’‘‘भारत माता की जय’’ के नारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए मोदी ने कोरोना संक्रमण काल में भारी संख्या में मतदान के लिए और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग का आभार जताया.
धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट.