कौशलेन्द्र पाराशर की विशेष रिपोर्ट /CIN न्यूज़ की प्रधानमंत्री मोदी से मार्मिक अपील, जिस तरह अभिनंदन को छुड़ाने के लिए देश ने अपनी पूरी ताकत लगा दी, इसी तरह सीआरपीएफ जवान राकेश सिंह को छुड़ाने के लिए भारतीय सेना का प्रयोग कर तत्काल उसे छुड़ाने की जरूरत है, नक्सलियों पर कठोर कार्रवाई की जरूरत है, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई नक्सलियों से मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बल का एक जवान लापता है. नक्सलियों ने दावा किया है कि जवान उनके कब्जे में सुरक्षित हैं. कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास 3 अप्रैल को हुई मुठभेड़ के बाद से लापता हैं. नक्सलियों के कथित प्रवक्ता के हवाले से बीते मंगलवार को एक पत्र जारी किया गया है. इसमें उन्होंने दावा किया है कि वो जवान को छोड़ देंगे, लेकिन इसके लिए सरकार किसी मध्यस्थ को बातचीत के लिए नियुक्त करे. हालांकि, मंगलवार को ही बस्तर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जवान को छोड़ने को लेकर बात की थी, लेकिन इसके बाद नक्सलियों की ओर से जारी पत्र में मध्यस्थों के माध्यम से ही जवान को छोड़ने की बात कही गई है.भाकपा (माओवादी) दंडकारण्य के विशेष ज़ोनल कमेटी के प्रवक्ता विकास की ओर से पत्र के माध्यम से बयान जारी किया गया है. उसमें कहा गया है कि मुठभेड़ के दौरान जवान को बंधक बना लिया गया था. जवान सुरक्षित है और हम उसे पुलिस को सौंप देंगे, लेकिन उसकी रिहाई के लिए मध्यस्थों को नामित किया जाए.’ जवान की पत्नी मीनू और परिवार के अन्य सदस्यों ने जवान को जल्द छोड़ने की अपील की है.नक्सलियों की ओर से जारी पत्र में दावा किया गया है कि तर्रेम थाना क्षेत्र में 3 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में उनके 5 साथी मारे गए हैं. इनमें एक महिला कैडर भी शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने 14 एके-47, करीब 2000 कारतूस भी जवानों से लूटने का दावा किया है. बता दें कि इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 22 जवान शहीद, 31 घायल हो गए हैं, जबकि 1 जवान लापता है. लापता जवान के संबंध में बस्तर आईजी का भी एक बयान सामने आया है. आईजी सुंदराज पी ने कहा कि आरक्षक राकेश्वर सिंह मनहास का लोकेशन नही मिल पा रही है. उसकी पतासाजी के लिए लगातार सर्चिंग अभियान के साथ-साथ क्षेत्र के ग्रामीण, सामाजिक संगठन, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण एवं पत्रकार साथियों के माध्यम से भी आरक्षक राकेश्वर सिंह मनहास के संबंध में पतासाजी की जा रही है. इस दौरान सीपीआई माओवादी के दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता का जारी एक प्रेस नोट में लापता एक जवान को बंदी बनाकर रखा जाना लेख की गई है. पुलिस द्वारा उक्त प्रेस नोट के संबंध में इसकी वास्तविकता की तस्दीक की जाकर उचित निर्णय लिया जाएगा. CIN न्यूज़़ नक्सलियों से भी अपील करता है कि मानवता के लिए राकेश सिंह को छोड़ देना चाहिए, नक्सल आंदोलन किसी समस्या का निदान नहीं, आप भारत के नागरिक हैं और भारत के संविधान को आपको मानना चाहिए. हत्या और मर्डर किसी चीज का निदान नहीं.