पटना / सप्तम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉक्टर अनिल सुलभ ने कहा की 5000 साल पुरानी है हमारी योग विद्या. डॉ.सुलभ ने कहा की प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2014 से तीन साल तक दुनिया ने योग की भव्यता को देखा है. यह धरती योग की है. इसलिए इसकी भव्यता पर कोई संदेह नहीं है. फिर भी महामारी के दौर में एहतियात रखनी पड़ेगी. उन्होंने आम लोगों से आग्रह किया कि योग एक ब्रह्मास्त्र है, सावधानी के साथ ही करें. बता दें.अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कई जगह योग किया. कोरोना की वजह बड़े कार्यक्रम नहीं हुये .योग करने के बाद बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉक्टर अनिल सुलभ ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का नारा वेलनेस और योग समसामयिक है. परमाद से परमात्र की ओर जाना देश के लिए नहीं, पूरी दुनिया के लिए है. उन्होंने युवाओं से योग को अपनाने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि योग वर्तमान में भी मदद करेगा और भविष्य में ऊर्जा का संचार करेगा. दिनचर्या में योग को शामिल करें, इससे ऊर्जा मिलेगी.