सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट वाराणसी से । शहर में सपा कार्यकर्ताओं पर लगातार दर्ज हो रहे मुकदमों को लेकर सपा नेता शालिनी यादव ने रोष जताया है। इस बाबत प्रेस को बताया कि किसी भी व्यक्ति व नेता पर हमला होता है तो कुछ लोग सही अपराधी को जानते हुए भी पारिवारिक, सामाजिक व राजनीतिक द्वेषवश अपने प्रतिद्वंद्वी को एफआइआर में फंसाने का कार्य करते हैंं।उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की व्यापक स्तर पर निंदा होनी चाहिए। इस बाबत पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शालिनी यादव ने एक छात्रनेता पर हुए हमले में सपा के वर्तमान व पूर्व पार्षदों को बिना कारण एफआइआर में शामिल करते हुए पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी के विरोध के दौरान कैंट थाने पर कही।शालिनी यादव ने कहा कि पुलिस को इस मामले में नीर क्षीर का विवेक रखते हुए संयम से काम लेना चाहिए न कि प्रताड़ना का रवैया अपनाना चाहिए। उन्होंने सभी दल के नेताओं से बनारस के महान नेताओं द्वारा स्थापित किये गए राजनीतिक मापदण्ड जिसमे वैचारिक मतभेदों के रहते भी एक दूसरे के प्रति सम्मान और मौका पड़ने पर मदद की भावना रहती थी, उसे ही आगे बढ़ाने की अपेक्षा सभी दल के नेताओं से की है।जनता से आग्रह किया कि द्वेषपूर्ण ढंग से कार्य करने वाले नेताओं का बहिष्कार करें। इसके पहले उन्होंने कैंट थाने पहुंच कर थाना प्रभारी से वार्ता कर सम्पूर्ण मामले पर सपा के गिरफ्तार पार्षदों का पक्ष रखा। इस दौरान निष्पक्ष जांच के बाद ही अंतिम एफआइआर दर्ज करने की मांग की। इस वार्ता में उनके साथ जियालाल राजभर, नत्थूलाल सोनकर, मनोज इंजीनियर, विनोद यादव, संतोष देववंशी, सुरेश यादव, संजय व अभिषेक विश्वकर्मा आदि सपा के कार्यकर्ता शामिल रहे।