पटना, ९ अगस्त। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष पद पर निर्वाचन हेतु, नामांकन के अंतिम दिन, सोमवार को सम्मेलन के वर्तमान अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने पाँच सेटों में पचास निर्वाचक-प्रस्तावकों के साथ , निर्वाचन पदाधिकारी पण्डित जी पाण्डेय और उनके सहायक निर्वाचन अधिकारियों राधा रमण एवं धर्मेंद्र चौबे के समक्ष अपना नामांकन-प्रपत्र भरा। इस प्रकार नामांकन तिथियों के प्रत्येक दिन डा सुलभ की ओर से प्रपत्र भरे गए और तीन दिनों में कुल १३० निर्वाचकों ने उनके समर्थन में प्रस्ताव रखा। आज एक अन्य सदस्य कृष्ण मुरारी ने अपना नामांकन प्रपत्र समर्पित किया, पर उनके साथ एक भी प्रस्तावक उपस्थित नहीं हुआ। सम्मेलन की नियमावली के नियम २९ के अनुसार, कम से कम १० निर्वाचक सदस्यों की उपस्थिति में ही नामांकन किया जा सकता है। इस प्रकार अगले कार्यकाल के लिए, सम्मेलन अध्यक्ष के पद पर डा सुलभ का निर्विरोध चुना जाना निश्चित माना जा रहा है।आगामी १२ अगस्त, २०२१ को निर्धारित ‘नामांकन-प्रपत्रों की जाँच’ के पश्चात औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
डा सुलभ की ओर से आज भरे गए नामांकन-प्रपत्र में प्रस्तावकों के रूप में सम्मेलन के संरक्षक सदस्य डा ध्रुब कुमार, ज्ञानवर्द्धन मिश्र, ज्ञानेश्वर शर्मा, डा मंगला रानी, डा रमेशचंद्र पाण्डेय, सुषमा साहू, राजेश कुमार भट्ट, डा सागरिका राय, डा नीलू अग्रवाल, डा सीमा रानी, डा दिनेश दिवाकर, अजय कुमार गुप्ता, डा ललितेश्वर प्रसाद सिंह, अर्चना सिन्हा, अंजुला कुमारी, श्रद्धा कुमारी, रौली कुमारी, मनन कुमार बेनीपुरी, प्रवीर कुमार पंकज, गौरव अग्रवाल, यशोदा शर्मा, डा मुकेश कुमार ओझा, डा अवनीश रंजन, राजीव रंजन, डा अशोक कुमार, संजीव कुमार मिश्र, डा मनोज कुमार सिंह, अरुण घोष, शिवानंद गिरि, रमेश कुमार मिश्र, अरविंद कुमार ठाकुर, पंकज कुमार पाण्डेय, आलोक कुमार सिन्हा, जयंत साहू, रणजीत कुमार गुप्ता, अवध किशोर प्रसाद, सुधीर कुमार सिन्हा, संतोष कुमार, सुधांशु कुमार, पुरुषोत्तम कुमार सिंह, अभयनाथ ठाकुर, अशोक कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार, डा एच पी सिंह, शशि कुमार, श्याम नारायण नहाश्रेष्ठ, डा वीरेंद्र कुमार दत्ता, वीणाश्री हेम्ब्रम, संजय शुक्ल आदि सम्मिलित थे।