प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /पाकुड़िया (पाकुड़) पाकुड़िया प्रखण्ड के रामघाटी एवं गोपाल नगर सहित दो तीन अन्य गाँव के प्राथमिक विद्यालय छत काफी बुरी तरह से जर्जर हो चुका है। उसी छत के नीचे छोटे छोटे नन्हे मुन्ने बच्चे पढ़ते हैं कब उनके ऊपर छत का टुकड़ा गिर जाएगा इसका कोई ठिकाना नहीं इन बच्चों के जान से क्यों खेला जा रहा है ।भवन निर्माण में घटिया सामग्री के स्तेमाल करने के वजह से भवन का छत पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। और बताया गया कि भवन में बिना प्लास्टर किए ही रंगाई कर दिया गया है। कही-कही छत के टुकरे गिरने पर मजबुर है तथा वर्षा होने सेपुरे विधालय के छत से पानी टपकती है। सहायक अध्यापक नलीप मुर्मू का कहना है कि छत का हाल बहुत बुरा हो गया है इस छत के नीचे 51 बच्चे पढ़ाई करते हैं विधालय के अंदर परवेश करते ही मन मे डर का भाव बना रहता है। कही किसी बच्चे के उपर छत का टुकरा ना गीर परे इसकी सूचना उच्चाधिकारी को दे दी गई है।तथा इस खबर को पहले भी प्रमुखता से छापी गई थी इसके विषय में शिक्षा मंत्री के द्वारा संज्ञान में लिया गया था | संज्ञान लेने के बावजूद इसके संबंध में कोई सुनवाई अभी तक नही हुई है। अध्यापक का कहना है कि प्रखंड शिक्षा प्रसार अधिकारी और जेई आदि ने निरीक्षण किया था लेकिनबच्चे आज भी वही छत के नीचे पठन पठान करने को मजबूर हैं | कई ग्रामीण अभिभावक का कहना है कि हमें अपने बच्चों को स्कूल भेजने में डर सा लगा रहता है कब क्या घटना हो जाए इसको लेकर मन में भय बना रहता है , कोरोना काल में बच्चों का पढ़ाई बंद था इसी कारण भगवान भरोसे बच्चे को स्कूल भेज देते हैं लेकिन मन में डर लगा रहता है।क्या कहते हैं प्रखंड विकास पदाधिकारीप्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार का कहना है.