सुपौल – बिहार के सुपौल जिले में बाढ़ अवधि को बीते चार दिन हुए है और ऐसे मे कोशी के जलस्तर मे उतार चढ़ाव होने भी शुरू हो गये हैं देर रात कोसी नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण तटबंध के अंदर बसे लोगों की परेशानी बढ़ गयी। जानकार बताते हैं कि कोसी बराज से एक लाख क्यूसेक पानी के डिस्चार्ज होने के बाद ही तटबंध के अंदर परेशानी आती है। लेकिन इस बार कोसी नदी में 50 हजार से 60 हजार क्यूसेक पानी आने के बाद ही तटबंध के अंदर मरौना प्रखंड के दो पंचायत धोधररिया और सिसौनी पंचायत के कई गांव में पानी फैल गया जाने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। बुधवार की सुबह होते होते मरौना प्रखंड के कई गांव जो कोसी तटबंध के अंदर है पानी की चपेट मे आ गया। देखते ही देखते घरों के चारों ओर पानी फैलने लगी है। खेतों मे लहलहाती मूंग की फसल पानी की तेज धारा में समा
गयी।लगातार पानी बढ़ने से लोगों को घर से निकलने में भी परेशानी हो रही है। गांवो में पानी बढने की जानकारी मिलने पर मरौना प्रखंड प्रमुख विद्या देवी प्रभावित लोगों के बीच नाव से पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान प्रमुख ने नाव से ही कई गावों का दौरा किया इसमें खुकनाहा, मना टोला, अमीन टोला, लक्षमिनिया, गोट खुकनाहा आदि गांव शामिल है। प्रमुख ने जिला प्रशासन से मिल हर संभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। सबसे खास बात यह है कि ऊपर से सूर्यदेव की तपिश और नीचे कोसी की परेशानी से लोग काफी परेशान हैं। प्रमुख ने बताया की मंगलवार की रात मे कोसी नदी के अंदर पानी बढ़ जाने से मरौना प्रखंड के दो पंचायतो
घोघररिया और सिसौनी पंचायत में पानी प्रवेश कर जाने से लोग परेशान हैं। उन्होंने बताया कि घोघररिया पंचायत के करीब 8 और सिसौनी के करीब 7 वार्ड के हजारों लोग पानी से प्रभावित हुए हैं। उन्होने कहा की इसकी जानकारी मरौना बीडीओ व सीओ को दे दी गयी है और जल्द प्रशासन द्बारा इस दिशा में पहल का आश्वासन भी दिया गया है।
रिपोर्ट – कुणाल कुमार