हैदराबाद / कौशलेन्द्र पाण्डेय
टू-व्हीलर का टायर पंक्चर होने के बाद एक टोल प्लाजा के पास इंतजार कर रही 26 वर्षीय वेटनरी डॉ. प्रियंका रेड्डी की बुधवार रात हत्या कर दी गई। डॉक्टर का जला हुआ शव गुरुवार सुबह मिला।तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना के बाद उसी इलाके में एक और महिला की अधजली लाश मिली है, जहां गुरुवार को पशु चिकित्सक डॉ. प्रियंका रेड्डी का शव मिला था। साइबराबाद पुलिस आयुक्त ने कहा कि शव शमशाबाद के बाहरी इलाके में एक खुले इलाके में पाया गया। शव को परीक्षण के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। मामला दर्ज कर लिया गया है। हालांकि, दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं। आपको बता दें कि 27 वर्षीय एक पशु चिकित्सक को सामूहिक दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने जिंदा जला दिया। हैदराबाद-बेंगलुरु हाइवे पर गुरुवार सुबह महिला डॉक्टर की अधजली लाश मिली थी। इस घटना के बाद सड़क से लेकर संसद तक आक्रोश दिखा। हैदराबाद पुलिस ने इस मामले में चार को गिरफ्तार किया है। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने जांच समिति गठित की।पशु चिकित्सक युवती शादनगर में रहती थी। यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर साइबराबाद में एक पशु चिकित्सालय में कार्यरत थी। वह हर दिन हैदराबाद-बेंगलुरु नेशनल हाईवे स्थित टोंडुपल्ली टोल प्लाजा पर अपनी स्कूटी पार्क करती थी और वहां से कैब लेकरअस्पताल तक जाती थी। बुधवार रात डॉक्टर अस्पताल से टोल प्लाजा पर लौटी, तो वहां खड़ी स्कूटी पंक्चर मिली। रात 9:22 बजे डॉक्टर ने अपनी बहन को फोन पर बताया कि उसकी स्कूटी पंक्चर हो गई। एक व्यक्ति ने उसे मदद की पेशकश की है। कुछ देर बाद उसने दोबारा फोन कर बताया कि मदद की पेशकश करने वाला व्यक्ति कह रहा है कि आसपास की सभी दुकानें बंद हैं और पंक्चर ठीक करवाने के लिए गाड़ी को कहीं और ले जाना होगा। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक, 18 से 30 साल की युवतियों के लिए तेलंगाना देश में सबसे असुरक्षित राज्य है। वर्ष 2017 में यहां दर्ज दुष्कर्म के कुल मामलों में 91 फीसदी पीड़ताएं 18 से 30 साल की हैं, जो देश में सबसे ज्यादा है। हालांकि, दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले मध्यप्रदेश में सामने आए हैं।एक और नमूना देखिए कि इस राज्य के मंत्री कार्रवाई करने में कितने तेज हैं. तालासनी श्रीनिवास यादव डॉक्टर प्रियंका रेड्डी के घर शोक व्यक्त करने पहुंचे और उन्हें सरकारी नौकरी का ऑफर भी दे दिया. इसके साथ-साथ वहां जाकर महिला सदस्यों को सलाह भी दे आए कि वो नई तकनीक का इस्तेमाल करें और परेशानी के समय 100 नंबर पर ही कॉल करें.
100 नंबर पर कॉल करने को यहां के मंत्रियों ने मुद्दा बना लिया. इनके हिसाब से हर कोई सही था बस डॉक्टर प्रियंका ही गलत थीं जो उन्होंने 100 नंबर पर फोन नहीं किया.