सिंधी कैंप बस स्टैंड के बिल्डिंग को तैयार करने के लिए 3 साल का वक्त दिया गया था, परंतु सरकारों के बीच फंसी बिल्डिंग को 6 साल लग गया। पूरी बिल्डिंग को बनाने में 26 करोड़ की लागत लगी है। बिल्डिंग को तैयार कराने में पहले 6 साल लग गए, अब उद्घाटन के लिए 7 माह से इंतजार करवाया जा रहा है। सिंधी कैंप बस स्टैंड से हर दिन करीब 1500 बसों के संचालन से करीब 2 लाख यात्रियां आते-जाते है। बिल्डिंग तैयार होने के बाद भी इन्हें सर्दी और बारिश में खुले में खड़ा होना पड़ रहा है। सीएम गहलोत ने पिछले कार्यकाल में जब इसका शिलान्यास किया था, तब पूरे बस स्टैंड का कायाकल्प किया जाना था लेकिन अब केवल एक हिस्से का ही निर्माण हो सका है। इसलिए रोडवेज अधिकारी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं कि सीएम से बस स्टैंड के एक हिस्से का लोकार्पण करवाएं। परिवहन मंत्री खाचरियावास भी लोकार्पण को लेकर रुचि नहीं ले रहे हैं।
रंजय कुमार