कौशलेन्द्र पाण्डेय, संपादक
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर बड़ा फैसला आ गया है… अब उन्हें रांची के रिम्स अस्पताल से किसी दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा।
बता दें कि रिम्स मेडिकल बोर्ड ने एक बैठक के दौकान यह बात साफ कहा कि लालू प्रसाद यादव को रिम्स में बेहतर इलाज मिल रहा है इसलिए उन्हें यहां से किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा और इस बात का फैसला रिम्स की मेडिकल बोर्ड ने 12 गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लालू प्रसाद की मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद ही किया है।
लालू यादव को किडनी की गंभीर बीमारी होने के चलते एक विशेषज्ञ नेफ्रालॉजिस्ट से मदद ली जाएगी। रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक विवेक कश्यप ने कहा कि मेडिकल बोर्ड ने लालू की रिपोर्ट का गहन जांच की गई। उनके इलाज, प्रोटोकॉल देखने के बाद बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा कि उन्हें सही इलाज दिया जा रहा है।
कश्यप ने आगे बताया कि किडनी थ्री की बीमारी के लिए विशेषज्ञ नेफ्रालॉजिस्ट से सलाह ली जाएगी। अगर नेफ्रालॉजिस्ट यह कहता है कि उन्हें बेहतर इलाज के लिए स्थानांतरित किया जाएं तो हम उस पर बाद में विचार किया जाएगा। विशेषज्ञ नेफ्रालॉजिस्ट बुलाने के बाबत डॉ विवेक कश्यप ने कहा कि हम एम्स के पैटर्न पर चलते हैं और एम्स के डॉक्टर से ही परामर्श लेंगे।
गौरतलब है कि लालू यादव को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल में स्थानांतरित करने के कयास लगाए जा रहे थे। वर्तमान समय में लालू प्रसाद सजायाफ्ता कैदी हैं, इसलिए उनको इलाज के लिए दिल्ली भेजे जाने से पहले मेडिकल बोर्ड उनकी जांच करने वाला था। इसके बाद बोर्ड की रिपोर्ट जेल और न्यायालय को भेजी जानी थी, जिसके बाद उनके आदेश लेकर ही उन्हें दिल्ली भेजा जा सकता था। लेकिन अब यह साफ हो चुका है कि उन्हें इलाज के लिए रिम्स में ही रखा जाएगा।