चम्पारण तटबंध ध्वस्त होने से आम जन-जीवन अस्त व्यस्त ।
चीख -पुकार के बीच पलायन , बड़े तबाही के लिए जिम्मेवार कौन. बचाव में जुटी एनडीआरएफ की टीम.जिलाधिकारी शिर्षत कपिल अशोक सहित कई अधिकारी मौके पर रहे मौजूद ।पूर्वी चंपारण के संग्रामपुर प्रखंड का उत्तरी भवानीपुर पंचायत क्षेत्र के लोग उस समय गहरी नींद में होंगे, जब निहालु टोला में चंपारण तटबन्ध में रिसाव हुआ होगा और फिर तबाही का वो मंजर देखने को मिला , जिसकी भरपाई शायद ही संभव हो सके ।नदी के तीव्र वेग के कारण कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।जन जीवन की तबाही की कल्पना मात्र से ही अन्य कई गाँवो के लोग सहमे हुए हैं। आनन फानन में लोग अपनी जान बचाकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।हालांकि घटना के बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीम लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुचाने में लगी हुई है।घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि अचानक मध्य-रात्रि में बांध टूटने की सूचना मिली,जब तक लोग संभल पाते तब तक सबकुछ पानी में डूब चुका था।किसी तरह बच्चों व महिलाओं को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि कई मवेशियों के बह जाने की भी सूचना मिल रही हैं।बांध टूटने के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले दो फीट के करीब बांध टूटा लेकिन धीरे धीरे एक सौ फीट से अधिक टूट चुका है। अचानक आई तबाही से क्षेत्र की लगभग चालीस हजार आबादी प्रभावित हो रही है जिसमें भवानीपुर, मंगलापुर, ठिकहाँ, जल हाँ,मिश्रग्राम, नयका टोला, आदि गाँव शामिल हैं। ।बाढ़ का पानी गाँवो में प्रवेश करने के कारण एसएच 74,एनएच 28,सहित मंगलापुर बेलवा पथ,भवानीपुर सिकन्दरपुर,भवानीपुर धनगडहा, पथ पर आवागमन बाधित हो गया है। जानकारी देते हुए जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि प्रभावित गांव के लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुचाने के लिए एनडीआरएफ की आठ टीम को लगाया गया है।उन्होंने यह भी बताया कि चम्पारण तटबंध के ध्वस्त होने से संग्रामपुर, कोटवा व केसरिया प्रखंड प्रभावित हो सकता है।बाढ़ पीड़ितों में आक्रोश लाज़िमी है इस बड़े तबाही से नुकसान में आये ग्रामीणों की भरपाई कैसे होगी ! तस्वीर स्पष्ट नही हो पा रहा है ।
पवन उपाध्याय की ग्राउंड रिपोर्ट.