कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने शिक्षा के क्षेत्र में इतिहासिक काम किया है . माननीय मुख्यमंत्री जी का नाम स्वर्णअक्षरों में दर्ज होगा. अगर आप नीतीश कुमार के बारे में जानना चाहते हैं तो गांव में जाकर लड़कियों से पूछे शिक्षा क्या होता है और शिक्षा का महत्व उन्होंने किस प्रकार दिया है. आज हमारी बेटियां बिहार में बीपीएससी में टॉप कर रही हैं. गांव की बेटियां शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ही सुदृढ़ हुई है. सन् 1954 से 2005 तक राज्य में कुल 3 अभियंत्रण महाविद्यालय और 13 सरकारी पाॅलिटेक्निक संस्थान थे, जिनकी प्रवेश क्षमता क्रमश: लगभग 800 एवं 3840 थी। नीतीश सरकार के द्वारा पिछले 15 साल में 38 अभियंत्रण महाविद्यालयों तथा 31 पाॅलिटेक्निक संस्थानों की स्थापना की गयी है, जिनकी प्रवेश क्षमता क्रमश: 9975 और 11,332 है। अब राज्य के प्रत्येक जिले में कम से कम एक अभियंत्रण संस्थान स्थापित है। उच्च तकनीकी शिक्षा में विकास का प्रयास जारी है। देश के पुराने अभियंत्रण महाविद्यालयों में से एक बिहार काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पटना को केन्द्र में रहते हुए वर्ष 2004 में NIT(National Institute of Technology) में परिवर्तित किया गया है।