कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /चिराग पासवान ने कहा है कि अगर उनके चाचा पशुपति कुमार पारस को लोक जनशक्ति पार्टी के कोटे से केंद्रीय कैबिनेट में जगह दी गई तो वो कोर्ट का रुख करेंगे. पिता रामविलास पासवान की मौत के बाद चाचा के साथ पारिवारिक सियासी जंग में फंसे चिराग पासवान का कहना है कि पशुपति कुमार पारस को स्वतंत्र कैंडिडेट के तौर पर कैबिनेट में दी जा सकती है लेकिन लोजपा कोटे से नहीं. उनका कहना है कि पशुपति कुमार पारस लोक जनशक्ति पार्टी का हिस्सा नहीं हैं.देश के पांच राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में फेरबदल होने की संभावना है. माना जा रहा है कि इस फेरबदल का साल 2024 में होने वाले आम चुनावों पर भी असर पड़ेगा. नई कैबिनेट में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम के पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवल को जगह मिलने के आसार हैं. इसके साथ ही संभावना है कि लोकजनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति पारस को भी, दिवंगत रामविलास पासवान की जगह मिल सकती है. बिहार की राजधानी पटना में पशुपति कुमार पारस कुर्ते की खरीददारी में व्यस्त दिखे. सूत्रों के मुताबिक, वह शपथ ग्रहण की तैयारी कर रहे हैं और उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिलने का पूरा भरोसा है. यही नहीं, जब पशुपति से खरीददारी के बाबत पूछा गया तो उन्होंने बेहद सधे अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने कहा,’राज को राज ही रहने दो.पशुपति कुमार पारस इस समय न सिर्फ लोक जनशक्ति पार्टी के बागी गुट के अध्यक्ष हैं बल्कि वह लोकसभा में पार्टी दल के नेता भी हैं. हालांकि दूसरी तरफ चिराग पासवान भी खुद को एलजेपी का अध्यक्ष बता रहे हैं. यही नहीं, वह चुनाव आयोग को भी पशुपति कुमार पारस गुट को मान्यता नहीं देने लिए कई पत्र लिख चुके हैं. वहीं, चिराग ने जेडीयू और सीएम नीतीश कुमार पर एलजेपी को तोड़ने का आरोप लगाया है, तो पशुपति शुरुआत से ही नीतीश और एनडीए की तारीफ कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो पशुपति कुमार पारस को मंत्री पद की शपथ दिलायी जायेगी, ऐसा बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से उनको आश्वासन मिला है.