कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /भारत ने कहा है कि पीओके पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है और किसी तरह का अधिकार नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि भारतीय क्षेत्र में हुए तथाकथित चुनाव पाकिस्तान का गैरकानूनी कब्जा है. उन्होंने कहा कि ये पाकिस्तान द्वारा अपने अवैध कब्जे और इन क्षेत्रों में उसके द्वारा किए गए बदलावों को छिपाने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है.बागची ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के इस नकली अभ्यास को अस्वीकार करते हुए पाक अधिकारियों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है, साथ ही स्थानीय लोगों ने भी इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि इस तरह की कवायद न तो पाक द्वारा अवैध कब्जे को छिपा सकती है और न ही मानव अधिकारों के उल्लंघन, शोषण और कब्जे वाले क्षेत्रों में लोगों को स्वतंत्रता से वंचित कर सकती.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान का इन भारतीय क्षेत्रों पर कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान से उसके अवैध कब्जे वाले सभी भारतीय क्षेत्रों को खाली करने का आह्वान करते हैं.
पाक-चीन के बयान को भारत ने किया खारिज
बागची ने पाकिस्तान और चीन के विदेश मंत्रियों के संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर के संदर्भ देने को लेकर कहा कि भारत इस तरह के संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर के किसी भी संदर्भ को स्पष्ट रूप से खारिज करता है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न और अविभाज्य हिस्से रहे हैं और रहेंगे.
प्रवक्ता ने आगे कहा कि संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में तथाकथित चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का भी उल्लेख किया गया है. हमने चीन और पाकिस्तान को लगातार बताया है कि तथाकथित सीपीईसी भारत के क्षेत्र में है जिस पर पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है और हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं.बागची ने कहा पाकिस्तान या अन्य देशों द्वारा पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों में यथास्थिति को बदलने के लिए और साथ ही पाकिस्तान द्वारा अपने अवैध कब्जे के तहत भारतीय क्षेत्रों में कोई भी भौतिक परिवर्तन लाने का कोई भी प्रयास गैरकानूनी है. हम संबंधित पक्षों से इस तरह की कार्रवाई को रोकने का आह्वान करते हैं.