शैलेश तिवारी की रिपोर्ट -पटना।राजधानी पटना के प्रेमचंद रंगशाला में 18 वां रंगकर्मी प्रवीण स्मृति नाट्य उत्सव में दूसरे दिन सैदपुर स्थित प्रेमचंद रंगशाला प्रांगण में हज्जू म्यूजिकल थिएटर की ओर से चर्चित रंगकर्मी सुरेश कुमार हज्जू के निर्देशन में अंधेर नगरी नाटक की नुक्कड़ प्रस्तुति दी गयी। अंधेर नगरी आधुनिक नाटक के सूत्रधार भारतेन्दु हरिश्चन्द की कृति है। इस नाटक के माध्यम से नाटककार ने तत्कालीन भारत में व्याप्त गोरी सरकार के अनीतिपूर्ण शासन पर कटाक्ष किया है। नाटक लेखन के कई वर्ष बीत जाने के बाद आज भी प्रासंगिक लगता है। इस नाटक के पात्रों ने अपने अभिनय से सबको प्रभावित किया। जिसमें सरल भाषा व इसके व्यंग ने समां बांध दिया। प्रस्तुति को जीवंत बनाने में सभी बच्चों ने सराहनीय भूमिका अदा की। उनकी मेहनत ने दर्शकों को नाटक के दौरान मनोरंजन करने का भरपूर मौका दिया। नाटक के पात्रों में राजा – गोपी कुमार, मंत्री – प्रिंस राज, सिपाही 1 – सुजाता कुमारी, सिपाही 2 – नेहा कुमारी, गुरुजी – सिमरन कुमारी, गोबर्धन दास – विवेक कुमार, नारायण दास – मुस्कान कुमारी, बकरीवाली – रिंकी कुमारी, नेहा कुमारी, मछलीवाली – मुस्कान कुमारी, सिमरन कुमारी, नेहा कुमारी, चनावाला – विवेक कुमार, कबाबवाला – गोपी कुमार, चूडनवाला – विवेक कुमार इसके अलावे रोहित, हर्ष, बादल शशि व अन्य ने अपनी भमिका निभाई। नाटक में संगीत राजू मिश्र ने दिया। हारमोनियम पर रोहित चंद्रा व चंदन उगना थे, वहीं नाल पर स्पर्श मिश्रा व चंदन घोष थे। रंगकर्मी प्रवीण स्मृति समारोह के तीसरे दिन संध्या शाम 4ः30 से नुक्कड़ नाटकों की कड़ी में खेल के आगे सब फेल की प्रस्तुति किलकारी बाल भवन की ओर से अभिषेक राज ड्रामेबाज के निर्देशन में दी जाएगी। वही प्रेमचंद रंगशाला के मुख्य मंच पर संध्या 6 बजे से प्रवीण सांस्कृतिक मंच की ओर से जयशंकर प्रसाद की प्रसिद्ध कहानी गुंडा, जिसका नाट्य रूपांतरण अभिजीत चक्रवर्ती ने किया है। उसकी प्रस्तुति दी जाएगी। इस नाटक का निर्देशन किया है चर्चित रंगकर्मी विजेंद्र टांक ने। आयोजकों ने लोगों से अपील किया है कि वह अधिक संख्या में आएं और नाटक देखें।