पंजाब,
हिमाचल और पंजाब में बारिश के चलते रोपड़, नवांशहर और लुधियाना में सतलुज दरिया ने तबाही मचाई।भाखड़ा से सोमवार को 1.44 लाख क्यूसिक पानी और छोड़े जाने के बाद सोमवार को सूबे में धुस्सी बांध कई जगह से टूट गए। इससे जालंधर और रोपड़ के करीब 130 गांवों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। फिल्लौर और शाहकोट के अंतर्गत आते 102 गांव व रोपड़ के 28 और गांवों में 5-6 फीट तक पानी फैल गया।
सोमवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रोपड़ में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरान किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों और आईआईटी के बच्चों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि अब पहाड़ी क्षेत्र में बारिश बंद है, जो राहत की बात है। बाढ़ से रोपड़ के करीब 3 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं। उनके रहने के लिए प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए हैं। वहीं , बाढ़ का जायजा लेने गांव खैराबाद पहुंचे तो सिक्योरिटी ने लोगों को सीएम से मिलने नहीं दिया। इस पर लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी तो सीएम कार से उतरकर लोगों से मिले और सहायता का आश्वासन दिया। कई ट्रेनें रहीं प्रभावित : बाढ़ के कारण फिरोजपुर जालंधर डीएमयू, जालंधर फिरोजपुर डीएमयू, फिरोजपुर जालंधर पैसेंजर , जालंधर होशियारपुर पैसेंजर, होशियारपुर जालंधर पैसेंजर, जालंधर सिटी से फिरोजपुर कैंट पैसेंजर, जालंधर फिरोजपुर डीएमयू, जालंधर सिटी और फिरोजपुर डीईएमयू, जालंधर फिरोजपुर डीएमयू को रद्द करना पड़ा। जन्मभूमि एक्सप्रेस को वाया फिरोजपुर, लुधियाना और जालंधर कैंट से भेजा गया। जम्मू तवी बठिंडा एक्स. डायवर्ट किया गया। खन्ना, नवांशहर और जगराओं के कई गांवों में हालत नाजुक : लुधियाना में सतलुज के किनारे के गांव नवा रजापुर में पानी आने से 30 मकान टूट गए.
निखिल दुबे