यह घटना बिहार के सीतामढ़ी जिले की है जहां, कोरोना वायरस के एक संदिग्ध के बारे में प्रशासन को जानकारी देने वाले युवक को अपनी ही जान गंवानी पड़ गई।
बता दें कि जिले के रुन्नीसैदपुर थाना के मधौल गांव में प्रशासन को सूचना देने के कारण एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार युवक की हत्या करने वाले उससे इसलिए नाराज थे, क्योंकि उसने कोरोना वायरस से संक्रमित होने की सूचना मेडिकल हेल्पलाइन नंबर पर दे दी थी। युवक ने महाराष्ट्र से लौटे दो लोगों के कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज होने की सूचना मेडिकल टीम को दी थी, जिसकी सूचना मिलते ही मेडिकल टीम गांव में पहुंची और दोनों युवक को जांच के लिए लेकर चली गई। गौरतलब है कि जांच के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं होने पर दोनों को छोड़ दिया गया है।
वहीं, घर पहुंचते ही दोनों ने अपने परिवार के बाकी लोगों के साथ मिलकर मेडिकल हेल्पलाइन टीम को सूचना देने वाले युवक को पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। हालांकि, घायल युवक को रुन्नीसैदपुर पीएचसी मे भर्ती कराया गया था लेकिन इसकी गंभीर हालत को देख डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया था और मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में ले जाने के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है… मृतक बबलू कुमार के परिजनों के बयान पर मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में पुलिस ने मामला दर्ज किया। पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। दूसरी ओर, मृतक के भाई गुड्डू के बयान पर पुलिस ने गांव के ठगा महतो, सुधीर कुमार, विकास महतो, मदन महतो, दीपक कुमार और मुन्ना महतो को अभियुक्त बनाया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो आरोपियों सुधीर महतो और मुन्ना महतो को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रिया सिन्हा