बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है। उन्हें कोलकाता के अपोलो हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। कुछ दिन पहले ही सौरव गांगुली को हार्ट अटैक आया था, जिसकी वजह से उनका एंजियोप्लास्टी किया गया था। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में एंजियोप्लास्टी किया गया था। अब उनकी तबीयत एक बार फिर बिगड़ने पर वुडलैंड्स अस्पताल की डॉक्टर रूपाली बसु ने कहा कि दादा को धमनियों में रुकावटों के लिए परीक्षण करवाना है।बता दें कि 7 जनवरी को सौरव गांगुली को वुडलैंड्स अस्पताल से छुट्टी मिली थी। 2 जनवरी को सौरव गांगुली की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। 2 जनवरी को अपने घर के जिम में वर्कआउट करने के दौरान गांगुली को सीने में दर्द हुआ। इसके बाद परिजनों ने उन्हें तुरंत कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में एडमिट कराया।
48 वर्षीय सौरव गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई। गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई जिसके बाद दिल की नसों में स्टेंट डाला गया। बता दें कि सौरव गांगुली की एक धमनी में एंजियोप्लास्टी हुई थी, लेकिन इसके अलावा गांगुली की दिल की नसों में दो और रुकावटें हैं। अस्पताल ने तब कहा था कि गांगुली के दिल की नसों में बाकी ब्लॉकेज के लिए होने वाली अगली एंजियोप्लास्टी पर फैसला बाद में लिया जाएगा, क्योंकि वह पहले से काफी बेहतर हैं। डॉक्टरों ने उन्हें नियमित रूप से चेकअप कराने की सलाह दी थी।
सौरव गांगुली को भारत के सबसे सफल कप्तानों में गिना जाता है। गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट और 311 वनडे खेले. आपको बता दें कि सौरव गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़कर अपने टेस्ट करियर जोरदार आगाज किया था। उन्होंने 49 टेस्ट और 147 वनडे मैचों में भारत की कप्तानी की।
पश्चिम बंगाल में आने वाले महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। सौरव गांगुली को बंगाल की शान कहा जाता है। ऐसे में चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों में गांगुली का कद और भी बढ़ जाता है। सौरव गांगुली भले ही किसी भी पार्टी में ना शामिल हों, लेकिन बीजेपी और टीएमसी जैसे दल उनसे अपनी करीबी दिखाकर लोगों का वोट हासिल करने में पीछे नहीं रहना चाहते।
निखिल दुबे/संवाददाता