मैथिली के मूर्धन्य कवि और देश के बड़े साहित्यकार चंद्र नाथ मिश्रा के निधन पर बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉक्टर अनिल सुलभ ने गहरा दुख जताया हैँ. स्व मिश्रा 96 वर्ष की आयु पूरी कर पाए. वे साहित्य अकादमी और साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार सहित दर्जनों अलंकरणों से सम्मानित हो चुके थे. मैथिली साहित्य के स्तंभ रहे डॉ रामदेव झा की बेटी से शादी हुई थी,चन्द्रनाथ मिश्रा अमर की, पंडित चंद्रनाथ मिश्रा अमर को 2पुत्री और एक पुत्र हैँ . उनकी पत्नी हीरा देवी की मृत्यु पूर्व में ही हो चुकी है. उनके पुत्र भारतीय स्टेट बैंक में कार्यरत हैँ, स्व मिश्रा ने मैथिली फिल्म ‘कन्यादान’ में अभिनय भी किया था.