सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट/कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने रविवार को पहली बार थानेदारों के साथ अपराध की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने एक इनामी-एक चौकी प्रभारी और एक अपहर्ता-एक चौकी प्रभारी का टास्क दिया। ऑपरेशन दस्तक के तहत फरार चल रहे इनामी अपराधियों को किसी भी हाल में पकड़ना है। एक चौकी प्रभारी के जिम्मे एक इनामी बदमाश होगा। उसे एक माह में पकड़ने का टास्क दिया। वहीं बेटियों के अपहरण के मामले में भी संजीदगी से काम करने को कहा। इसके लिए एक चौकी प्रभारी को एक केस पर सप्ताह भर में परिणाम देने के लिए कहा। बता दें कि कमिश्नरेट में 70 चौकियां हैं, 30 इनामी हैं। सप्ताह भर में अपहर्ता को तलाशने के लिए कहा। इसके अलावा डीसीपी को इस तरह के 10 केस, एडीसीपी को सात केस, एसीपी को पांच केस में प्रभावी कार्रवाई का आदेश दिया। पुलिस कमिश्नर खुद भी पॉक्सो एक्ट के चार मामलों की प्रभावी पैरवी करेंगे। ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके।सीपी ने कहा कि किसी भी स्तर से भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने, आमजन से दुर्व्यवहार करने अथवा इसकी शिकायत मिलने पर कार्रवाई तय है। थाने पर आए पीड़ित, फरियादी की शिकायत पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। महिला से संबंधित अपराध में तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करें। वाहन चेकिंग के समय परिवार के साथ चल रहे लोगों को परेशान न करने, बाइक पर तीन युवक दिखें तो कार्रवाई अवश्य करें।पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रंगदारी मामलों में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जमीन, मकानों आदि पर अवैध कब्जा को गंभीरता से देखने, माफिया-बदमाशों को चिह्नित कर कार्रवाई करने, गैंगस्टर एक्ट के वांछित अपराधियों को गिरफ्तार करने, अवैध शराब, अवैध शस्त्र के विरुद्ध अभियान चलाने को कहा।मंडुवाडीह क्षेत्र में हुई दो हत्या की घटनाओं, भेलूपुर क्षेत्र में चेन स्नेचिंग की घटना, लंका, कैंट, सारनाथ व लालपुर-पांडेयपुर के पुराने लंबित मामलों की समीक्षा की। चेन स्नेचिंग, छिनैती की घटनाओं पर लगाम लगाने को कहा।