प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली में रविवार को आयोजित होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे सत्र में भाग लेंगे. इस सत्र के दौरान वे जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के मुद्दे पर बात करेंगे. शनिवार को ही पीएम मोदी ने वेटिकन सिटी पहुंचकर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी. साथ ही उन्होंने पोप को भारत आने का न्यौता दिया था. रोम की दो दिवसीय यात्रा के बाद पीएम मोदी 26वीं कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP26) में भाग लेने ब्रिटेन के ग्लास्गो पहुंचेंगे. जी20 एक अग्रणी वैश्विक मंच है जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को साथ लाता है. रोम में आयोजित सम्मेलन में जी20 के सदस्य देशों, यूरोपीय संघ और अन्य आमंत्रित देशों के राष्ट्र प्रमुख तथा कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. नरेंद्र मोदी शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य और आर्थिक मुद्दों को लेकर विश्व के नेताओं के साथ चर्चा की थी. अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पीएम मोदी ने बैठक को काफी अच्छा बताया था. बैठक के दौरान पीएम मोदी की तरफ से कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई, ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ (एक पृथ्वीस एक स्वास्थ्य), स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार, सप्लाई चेन के लचीला बनाने और मानव सशक्तिकरण में तकनीक का फायदा उठाने के मुद्दों पर जोर दिया गया.रविवार को आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम को काफी अहम माना जा रहा है. जी20 समूह में शामिल ब्राजील, चीन, भारत, जर्मनी और अमेरिका ही ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में अनुमानित 80 फीसदी जिम्मेदारहैं.वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु से जुड़ी आफत से बचने के लिए इस आंकड़े का कम किया जाना बेहद जरूरी है. खास बात यह है कि चीन और अमेरिका के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा उत्सर्जक है.प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग समेत अन्य नेताओं से भी बातचीत की. इससे पहले जी20 सम्मेलन में शामिल हो रहे मोदी समेत विश्व के सभी नेता एक ‘फेमिली फोटो’ के लिए एकत्रित हुए. पीएमओ ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘विश्व के नेताओं ने जी20 सम्मेलन के लिए रोम में मुलाकात की. यह वैश्विक अच्छाई के लिए महत्वपूर्ण बहुपक्षीय मंच है.