कर्नाटक में नई सत्ता आने के ठीक एक दिन बाद ही भाजपा विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है। सूत्रों की मानें तो अगर वह स्वेच्छा से इस्तीफा नहीं देते हैं, तो फिर पार्टी अपना कदम उठा सकती है। उन्होंने साफ बताया कि कुमार को पद छोड़ने के लिए सरकार की तरफ से संदेश दे दिया गया है, जिस पर परंपरागत रूप से सत्ताधारी पार्टी के सदस्य हमेशा आसीन होते रहे हैं। यही नहीं, भाजपा के एक विधायक ने नाम ना उजागर करने की शर्त पर बताया कि अगर वह खुद इस्तीफा नहीं देते हैं तो हम अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
वहीं, विधायक ने कहा कि हमारा पहला एजेंडा विश्वास प्रस्ताव को जीतना है और सोमवार को वित्त विधेयक पारित कराना है। हम साफ इंतजार करेंगे और देखेंगे कि विधानसभा अध्यक्ष अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा देते हैं या नहीं। विधायक ने भी पूछा कि विपक्षी पार्टी से कोई अध्यक्ष कैसे हो सकता है… उन्होंने कहा कि एक बार जब हम सदन का विश्वास जीत लेते हैं, तो उसके बाद हम अविश्वास प्रस्ताव लाने पर काम करेंगे।
बताते चलें कि कर्नाटक में अचानक हुए एक राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने पक्ष में आंकड़े जुटाने की है। शपथ ग्रहण करने के बाद येदियुरप्पा ने कहा कि हम 29 जुलाई को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखेंगे।
हफ्तों चले राजनीतिक ड्रामे और कानूनी लड़ाई के बाद उन्होंने आखीरकार शपथ ग्रहण की। राज्य में कांग्रेस और जनता दल (एस) के 15 बागी विधायकों के इस्तीफे के बाद मंगलवार को गठबंधन की सरकार गिर गई थी।प्रिया सिन्हा