कोविड-19 को लेकर केंद्र ने जारी किए दिशानिर्देश, ब्रिटेन के नए स्ट्रेन के लिए खास हिदायत.इस ‘ब्रिटेन’ वाले कोरोना स्ट्रेन को देश में फैलने से रोकने के लिए (NTF) ने 26 दिसंबर को बैठक की. साथ ही ऐसे यात्रियों की पहचान के लिए टेस्टिंग, ट्रीटमेंट, सर्विलांस और कंटेनमेंट जोन बनाने पर जोर दिया गया. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया. NTF की बैठक में यह भी तय किया गया कि फिलहाल देश में नेशनल ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल को बदलने की कोई जरूरत नहीं है. गृह मंत्रालय ने कोविड-19 की निगरानी को लेकर जारी किए गए दिशानिर्देशों को 31 जनवरी 2021 तक बढ़ा दिया है. मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक कंटेनमेंट जोन को सावधानीपूर्वक सीमांकित किया जाना जारी रहेगा. इसके साथ ही इन ज़ोन के भीतर निर्धारित रोकथाम के उपायों का सख्ती से पालन किया जाना जरूरी होगा. कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा दिया जाना और सख्ती से लागू किया जाएगा.मंत्रालय की ओर से कहा गया कि हालांकि सक्रिय और नए कोविड-19 मामलों में लगातार गिरावट देखी गई है. लेकिन वैश्विक स्तर पर मामलों में उछाल और ब्रिटेन में पाए गए वायरस के प्रकार को ध्यान में रखते हुए निगरानी, रोकथाम और सावधानी बनाए रखने की आवश्यकता है. गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि किसी भी गतिविधि के लिए उसके लिए जारी मानक संचालन प्रक्रिया में दिए गए निर्देशों का पालन आवश्यक है. भारत में एक दिन में कोविड-19 के 20,021 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर सोमवार को 1,02,07,871 हो गए, जिनमें से 97.82 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार 279 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,47,901 हो गई.आंकड़ों के अनुसार 97,82,669 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 95.83 प्रतिशत हो गई. वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है. देश में लगातार सातवें दिन उपचाराधीन लोगों की संख्या तीन लाख से कम है. अभी कुल 2,77,301 लोगों का कोरोना वायरस का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.72 प्रतिशत है.भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के पार चले गए थे.
कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट.