पटना 06 अक्टूबर 2024 :बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने पूर्व रेल मंत्री श्री लालू प्रसाद जी के द्वारा वर्तमान में रेलवे के द्वारा यात्री किराया से लेकर यात्रियों की सुरक्षा के मामले में केंद्र सरकार द्वारा जिस तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है, उस सच्चाई से आम लोगों को अवगत कराया है तब भाजपा के खेमे में बेचैनी हो गई। एजाज ने आगे कहा कि इसी बेचैनी का परिणाम है कि भाजपा के नेता और बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री श्री विजय सिन्हा एवं श्री सम्राट चौधरी का अनर्गल प्रलाप और तिलमिलाहट सामने आ गया,जबकि इन दोनों को पता है कि लालू प्रसाद जी ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे को 90000 (नब्बे हजार) करोड़ का फायदा पहुंचाया । और यात्री किराया न्यूनतम करके आमजनों को बेहतर सुविधा के साथ रेल यात्राएं मुहैया कराई। और यात्रियों की सुरक्षा का भी पूरा-पूरा ख्याल रखा गया. इन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में केंद्र की भाजपा सरकार के द्वारा रेल यात्रियों की सुविधा के नाम पर हो रही लूट तथा सरकार के स्तर से रेलवे सुरक्षा में बरती जा रही कोताही को उजागर करके लालू प्रसाद जी ने देशवासियों के साथ आम यात्रियों को सच्चाई से अवगत कराया है, तो भाजपा के नेता अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं ,जबकि उन्हें सच्चाई स्वीकार करके लालू जी द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देना चाहिए था और बताना चाहिए था कि यात्री किराया में बढ़ोतरी क्यों की जा रही है । वंदे भारत ट्रेन के नाम पर गरीबों को रेलवे यात्रा करने से वंचित क्यों किया जा रहा है और साथ ही साथ रेल रिजर्वेशन के नाम पर यात्रियों से अधिक किराये क्यों वसूल किये जा रहे हैं । साथ ही बुजुर्गों के लिए और पत्रकारों के लिए जो सुविधा लालू जी ने प्रदान की थी उसको वापस क्यों ले लिया गया. इन्होंने आगे कहा कि लालू जी ने गरीबों और आम लोगों के लिए गरीब रथ ट्रेन हर रूट पर दिया था और उसका किराया काफी कम रखा , लेकिन इसके विपरीत केंद्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार ने यात्रियों के लिए जो ट्रेन पहले से चल रही थी उनको बंद करके हर रुट पर बंदे भारत ट्रेन दिया है जिसका न्यूनतम किराया इतना महंगा है कि गरीब, मजदूर और आम लोग इससे यात्रा नहीं कर पा रहे हैं ,और यात्रा करने से वंचित हो रहे हैं।इन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि प्लेटफॉर्म टिकट और पैसेंजर ट्रेन की टिकट का न्यूनतम किराया बढ़ाकर क्यों लिया जा रहा है कोविड कार्यकाल के समय केन्द्र सरकार ने कहा था कि इसे कुछ दिनों के लिए लागू किया जा रहा है ,लेकिन अब तक इसको वापस नहीं लिया गया । रेलवे किस तरह से आमजनों से रेलवे सुविधा के नाम पर और सुरक्षा के नाम पर लूट कर रही है और सुरक्षा की जगह यात्रियों को असुरक्षित यात्रा के लिए मजबूर किया जा रहा है यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है।